- महाराष्ट्र में बीजेपी ने उद्धव सरकार को घेरा
- देवेंद्र फडणवीस ने सीएम उद्धव से मांगे जवाब
देश में लॉकडाउन है और कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं. मगर इस लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र की पंचगनी पुलिस ने चर्चित DHFL मामले से जुड़े कपिल वाधवान समेत 22 लोगों को महाबलेश्वर से हिरासत में लिया है.
अब इस मामले को लेकर महाराष्ट्र में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उद्धव सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में जांच की बात कही है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कपिल और धीरज वाधवान समेत 22 लोगों को महाबलेश्वर पहुंचने पर सवाल उठाए हैं. देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र में शक्तिशाली और अमीर लोगों के लिए कोई लॉकडाउन नहीं है? पुलिस की आधिकारिक इजाजत से कोई महाबलेश्वर में छुट्टियां बिता सकता है. यह मुमकिन नहीं है कि एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इस तरह की घोर गलती को अपने दम पर अंजाम दे.’
एक दूसरे ट्वीट में फडणवीस ने पूछा, ‘यह किसके आदेश या आशीर्वाद से हुआ था? सीएम और गृह मंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए.’
वहीं बीजेपी नेता किरीट सौमेया ने भी इस मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार को घेरा. किरीट सौमेया नेता का आरोप है कि लॉकडाउन के बीच वाधवान परिवार मुंबई से महाबलेश्वर कैसे पहुंच गया, क्या सरकार येस बैंक के आरोपियों को VVIP ट्रीटमेंट दे रही थी. उन्होंने इस मामले में महाराष्ट्र के राज्यपाल को हस्तक्षेप करने की अपील की है.
वहीं महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि इस मामले की जांच की जाएगी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘वाधवान परिवार के 23 सदस्य महाबलेश्वर तक कैसे पहुंचे इसकी जांच होगी.’
We will conduct an inquiry to find out how 23 members of Wadhwan family travelled to Mahabaleshwar.
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) April 9, 2020
पुलिस कर रही है जांच
फिलहाल पुलिस महाबलेश्वर से वाधवान परिवार के इन लोगों को लेकर पंचगनी के बेल एयर अस्पताल पहुंची है. पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है कि अगर इन लोगों ने लॉकडाउन का नियम तोड़ा होगा, तो इनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.
वहीं इस बीच एक पत्र सामने आया है जिसमें महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग के विशेष सचिव और एडिशनल डीजीपी अमिताभ गुप्ता ने अपने आधिकारिक पत्र पर वाधवा परिवार के सदस्यों को खंडाला से महाबलेश्वर जाने की इजाजत दी है.
कई मामलों में आरोपी वाधवान बंधु
दरअसल, डीएचएफएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कपिल वाधवान (47) गैर-कार्यकारी निदेशक धीरज वाधवान के खिलाफ पहले से एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच चल रही है, जिसमें कपिल वाधवान को ईडी ने गिरफ्तार भी किया था. लेकिन फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं. वहीं YES बैंक फर्जीवाड़े मामले में राणा कपूर के खिलाफ जांच चल रही है, इसमें भी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के दायरे में अब वाधवान बंधु भी ईडी और सीबीआई के रडार पर हैं.
पिछले महीने ईडी के बुलावे पर नहीं पहुंचे थे
गौरतलब है कि पिछले महीने ईडी ने वाधवान बंधुओं को यस बैंक मामले में पूछताछ के लिए समन किया था. तब कपिल वाधवान ने ईडी को भेजे जवाब में कहा था कि ‘मैं स्वास्थ्य परेशानियों से गुजर रहा हूं. कोरोना वायरस महामारी और मेरी उम्र के चलते मेरी पहले से खराब सेहत को अधिक जोखिम है. इसलिए मेरे लिए मुंबई की यात्रा करना मुश्किल है.’ उनके भाई धीरज वाधवान ने भी कुछ इसी तरह का पत्र ईडी को भेजा था.
Source :aajtak.intoday.in
