इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश की महिला आयोग की सदस्य डॉ प्रियंवदा तोमर के अस्पताल में भी मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इलाके की डीएम जसजीत कौर का कहना है कि लॉकडाउन में सभी तरह की इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी. मरीजों को किसी तरह की कोई समस्या नहीं आएगी. इस आदेश के बावजूद इलाके के कई अस्पतालों पर ताला लगने से आम लोगों की चिंता बढ़ गई है.
इलाके में कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं जो सिर्फ इमरजेंसी में आए मरीजों को ही देख रहे हैं. लेकिन इससे दूसरी बीमारियों के मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. शामली में डेंटल क्लिनिक, होम्योपैथिक क्लीनिक, पैथोलॉजी लैब, चाइल्ड स्पेशलिस्ट क्लिनिक और अल्ट्रासाउंड सेंटर ताला लगा है. जिसकी वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
कोरोना वायरस से जंग में दुनियाभर के डाक्टर और अस्पताल के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों के इलाज में दिन रात एक कर रहे हैं. वहीं इस संकट की घड़ी में अस्पतालों पर ताला लगने और डॉक्टरों का घर पर बैठ जाना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
